Sunday, August 3, 2014

जीवन सम्बल देने की योग्यता

जीवन सम्बल देने की योग्यता
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वह उम्र में मुझसे 20 वर्ष छोटी है किन्तु रिज रोड जबलपुर में प्रातः भ्रमण की नियमित सदस्या है। पिछले एक वर्ष से हम सिर्फ नियमित उपस्थिति के साक्षी हुआ करते थे। आज उससे वार्तालाप का योग हुआ। 
परिवार में कुछ आकस्मिक हादसों ने उसे इस तरह विचलित किया और उसके कोमल ह्रदय में भय और वेदना ने इस तरह घर किया कि वह हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) से पीड़ित हो गई। आत्मविश्वास डिग गया। अवसाद ग्रसित हो गई। इन सबसे जीवन शक्ति कमजोर हो गई। तब डॉक्टर ने दवाओं से उपचार के साथ प्रातः कालीन भ्रंमण (मॉर्निंग वॉक ) की सलाह दी।  एक डेढ़ वर्ष के नियमित भ्रमण जिसमें वह बीच बीच में हलकी दौड़ (जोगिंग ) लगाती है। और कुल लगभग एक घंटा प्रतिदिन का वर्कआउट (यह व्यायाम) करती है ,से उसमें सकारात्मक परिवर्तन आया। 
युवा इस बेटी ने जीवन ललक (विल पॉवर) का ऐसा उदाहरण (एक्साम्पल) प्रस्तुत किया है जो morning walk के महत्त्व को हाई लाइट (रेखांकित) करता है। साथ ही स्वस्थ जीवन शैली जिसमें नियमित व्यायाम सम्मिलित होता है की प्रेरणा प्रदान करता है।

स्वयं उसके मुख से जो शब्द सुने वह ये हैं।  उसकी हाइपरटेंशन की दवायें बंद हो गई हैं।  वह आज आत्मविश्वास से इस तरह सरोबार है कि दूसरों को अवसाद से निकाल सकती है। हाइपरटेंशन से जो सिरदर्द हुआ करता था उससे भी मुक्त है।

सार यही है जीवन जब संघर्ष को बाध्य करता है तब वस्तुतः मनुष्य के धैर्य और साहस की परीक्षा की घड़ी होती है। जिसने इस परीक्षा को अपनी प्रवीणता से पार कर लिया बाद के जीवन में वह स्वयं के अतिरिक्त दूसरों के जीवन को सम्बल देने की योग्यता पा जाता है।  अन्यथा टूटे-बिखरे जीवन तो दुर्भाग्य से चारों ओर अनेकों दर्शित हो रहे हैं।  बिना धन व्यय किये जीवन ऊर्जा, धैर्य और साहस प्रातः कालीन भ्रमण से मिलता है।

हम सभी नियमित मॉर्निंग वॉक करें। जबलपुर वासियों के लिए रिज रोड वरदान है।

--राजेश जैन
03-08-2014

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