Thursday, February 7, 2013

अच्छा हमारा घर-परिवार

अच्छा हमारा घर-परिवार
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50-60 वर्ष पहले के सफल सिनेमा घराने जिनका वर्चस्व हिंदी सिनेमा में था . वे जिस तरह दूसरे परिवार की नारियों को परदे पर चित्रित करते थे . वह स्वयं उन्हें नारी मर्यादाओं के अनुकूल नहीं लगता था . इसलिए घर के पुरुष परदे पर आते थे . अपनी बहनों ,पत्नी और बेटियों को परदे पर आने नहीं देते थे .
जिस तरह वे अपने बच्चों का जीवन सुनिश्चित करना चाहते थे , उस तरह का समाज बनाने /व्यवस्था बनाने के प्रति उदासीन रहे . उन्होंने अपने घर में स्वस्थ परम्परा और मर्यादा के प्रयत्न किये पर समाज और देश में स्वस्थ परम्परा और मर्यादा के लिए अपने कर्तव्य भुलाए रखे . सिनेमा में कुछ भी अच्छा नहीं था कहना ठीक नहीं होगा . लेकिन सभी अच्छा भी नहीं था . व्यावसायिक लाभ के लिए जो चित्रित किया गया . उसके दर्शन और वैसी नक़ल से नई पीढ़ियों में स्वछन्दता बढ़ी . आचरण विपरीत हुए और उनके सोच और सपने स्थापित मर्यादाओं से अलग होने लगे . विशेष कर युवा आधुनिकता के नाम पर जो देखने और करने लगे उससे समाज बदलता गया . समाज में बुराई बढ़ी तो चपेट में फिल्मकारों के घर भी आये .आसपास की बुराइयाँ घर के भीतर घुसपैठ करते गई .
पुरानी पीढ़ी के अधिकाँश फ़िल्मकार अब कई जीवित नहीं हैं ( कुछ हैं भी ) . वे अपने परिवार नारी सदस्या को जो करते, बनते नहीं देखना चाहते थे , उनके घरों की बेटियों और बहुओं ने करना आरम्भ किया . वे सिनेमा पर्दों पर उस तरह आने लगीं , जैसे अन्य परिवार की नारियों को उनके बुजुर्ग चित्रित करते थे (और ऐसा अपनी नारियों के लिए नापसंद करते थे ).
सहस्त्रों वर्षों से अपेक्षित पारिवारिक चरित्र यहाँ के जनमानस में ऐसा ही रचा बसा है . इससे विपरीत हमेशा से संघर्ष और विषाद की सम्भावना उत्पन्न करता है .
सिध्द यह होता है जैसा हम परिवार में चाहते हैं . वह वातावरण अगर देश समाज में नहीं बनायेंगे तो देश ,समाज में व्याप्त बुराइयों से अपने घर को निरापद नहीं रख सकेंगे . अतः सब अपने घर को भी अच्छा रखें यत्न करें कि पास पड़ोस के घर भी उतने ही अच्छे रहें . इससे समाज अच्छा बनेगा . तब बाहर से कोई बात घर के अन्दर आएगी तो वह भी अच्छी ही होगी .
उपाय कठिन सा लगता है , पर सभी की सच्ची भूमिका निभा लेने से सरल बन सकता है . दूसरों का अवलोकन कम कर हुए , आत्म-अवलोकन अधिक कर आचरण और कर्म करना सर्वाधिक महत्वपूर्ण है . नित दुखी और विचलित कर देने वाले हादसों से यही मन्त्र मुक्त करा सकेगा . यही मन्त्र प्रभावकारी होगा .
 

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