Saturday, February 16, 2013

स्वास्थ्यगत भोजन परहेज के तथ्य

स्वास्थ्यगत भोजन परहेज के तथ्य
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स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानी होती है तो रोग मुक्ति के लिए कई भोजन परहेज पालन करने होते हैं . जब परहेज अन्य (परिजन) को करवाने होते हैं तब हम उसका पालन सख्ती से होता देखना चाहते हैं . क्योंकि हमें उनकी चिंता होती है और हम चाहते हैं की वे रोग-मुक्त शीघ्र हो जाएँ . भोजन की उनकी रूचि के किसी व्यंजन पर जब रोक होती है तो वे कुछ मात्रा के लिए अनुनय करते हैं . हम कई बार उन्हें सख्ती से मना करते हैं . जो उन्हें अप्रिय लगता है ,जबकि हमारी मंशा उनके शीघ्र स्वास्थ्य -लाभ की होती है .
इससे विपरीत कभी हम स्वयं रोगी होते हैं और परहेज पालन हेतु परिजन की दृष्टि हम पर होती है . अब इसी तरह के प्रसंग में उनकी सख्ती हमें अरुचिकर लगती है . जबकि उनकी मंशा हमारे शीघ्र स्वास्थ्य -लाभ की होती है .
हम और परिजन वास्तव में परस्पर हितैषी होते हैं , और नहीं चाहते कि हममें से किसी को रोग के गंभीर परिणाम , परिवार को भुगतने पड़ें .
इन तथ्यों को दृष्टिगत रख ऐसे रोगी होने पर प्रत्येक को स्वयं सोचना चाहिए .
* हम परिवार के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं .
* हम अपने दायित्वों के लिए कितना और जीने की इक्छा रखते हैं .
* परिवार रोग के कारण हमें खोता है तो उस पर कितनी विपत्ति आ जाने वाली है .
और
* अपने इस जीवन में हम औरों के लिए क्या और कितना करना चाहते हैं .
हम शीतल -मन से जब यह सोचते हैं , तो स्वयं ही परहेज पालन करते हैं . तब जिव्हा-तुष्टि के लिए अपने प्रिय भोज्य को त्याग देना हमें अप्रिय नहीं लगता है . यह त्याग हमें दीर्घायु बना सकता है और हमें परोपकारी भी बना देता है .
 

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