Thursday, June 4, 2015

हमें चाहिए हैं

हमें चाहिए हैं
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धन प्रतिष्ठा हम से कमाते , बुराई समाज में विदेश से ला देते हैं 
सेलिब्रिटी और दिग्भ्रमित करते मीडिया अब नहीं हमें चाहिए हैं

मनोरंजन की घुट्टी में मिला, हानिकर बुराई फ्लेवर हमें पिलाते हैं 
विदेशी एजेंट का पात्र निभाते सेलिब्रिटीज ,अब नहीं हमें चाहिए हैं

कृतघ्न सेलेब्रिटीज ने स्वतंत्र हिन्द की समाज संरचना बिगाड़ी है
छवि चमका इनकी ,भटकाता मीडिया पीढ़ी को नहीं हमें चाहिए है  

नहीं विवेक ,किस का चरित्र बनाना किस का चरित्र हनन करना है
मानदंड जिनका पैसा ,स्वार्थी ऐसा मीडिया अब नहीं हमें चाहिए हैं

प्रसार तंत्र में प्रभाव जमाकर दुर्दिन स्वतंत्र हिन्द को दिखलाये हैं
सुंदर ,धनी ,स्मार्ट त्याज्य ,साकार ,सपना नवहिंद हमें चाहिए हैं 

अधभूखे , सादे साधारण ,भले वह , राष्ट्र निर्माण भावना रखते हैं
ऐसे हीरो यत्न से जिनके बनती 'सुंदर हिन्द तस्वीर' हमें चाहिए हैं
--राजेश जैन
05-06-2015

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