श्रद्धांजलि …
पति -
मैं, लौट के ना आ पाऊं तो तुम ना रोना
दुनिया से एक दिन तुम्हें भी लौटना होगा
पत्नी -
जब साथ छोड़ जाना था मेरा
तो अपने साथ ना लिया होता
साथ छोड़ना एक दिन होगी मेरी मजबूरी
समझ लेता तो तुम्हें साथ ना किया होता
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