Thursday, February 21, 2019

मैं एक पापा

मैं एक पापा 

-------------------------

मैं अति महत्वाकाँक्षी रहा हूँ , विशेषकर अपनी बेटियों को लेकर. सामान्यतः हम सभी के माँ-पापा हमें वह नाम देते हैं जिसके अच्छे अच्छे अर्थ होते हैं. यह करने के पीछे उनकी अभिलाषा अपने जीवन में बच्चे उसे सार्थक करें यह देखने की होती है। लेकिन अपवाद रूप में मैंने अपनी दोनों बेटियों के वह नाम रखे जिनके कोई मीनिंग नहीं हैं। इसलिए उनके साथ यह होते आया है कि उनके सहपाठी और परिचित और आज सहकर्मी अक्सर उनके नाम का मतलब उनसे पूछते हैं।  बचपन में स्कूल से आकर मेरी बेटियाँ यह बतातीं कि उनकी फ्रेंड्स / मेम उनके नाम का अर्थ क्या है पूछती हैं, इसलिए मुझे अर्थ बताने कहतीं। जब वे छोटी हीं थीं , मैं उन्हें कहता कि तुम्हारे नाम का अर्थ तुम्हें देना है। उन्हें मेरे जबाब का अर्थ उस समय समझ नहीं आता था। वे यह जबाब अपनी फ्रेंड्स / मेम को देतीं तो वे हँस देते थे। 
वास्तव में मनुष्य में योग्यता / संभावनायें प्रकृति ने अनेक दीं हुईं हैं। इसलिए किसी भी उपलब्धि पर मैं ना तो बहुत खुश ही होता हूँ , ना ही संतोष करता हूँ। मुझे हमेशा लगता है कि प्रदत्त योग्यता की तुलना में अभी बहुत कम ही हम परफॉर्म कर सकें हैं। अभी बहुत सी उपलब्धियाँ हैं जो हमारे स्वयं के अतिरिक्त हमारे निमित्त से घर/परिवार/समाज/देश/दुनिया और मानवता के हक में हासिल होना बाकि हैं। 

मगर अवश्य इस अवसर पर थोड़ी ख़ुशी जाहिर करूँगा कि - "अब हर वह ख़ुशी जिसमें बच्चे खुश होते हैं , हम उनके माँ -पापा भी खुश होते हैं"। 

--राजेश चंद्रानी मदनलाल जैन 
22-02-2019

No comments:

Post a Comment