आपसे मोहब्बत है तो क्या 'जीत' , और हमारी 'हार' क्या
हम ज़िंदगी 'जीते' हैं - गले में आपकी बाँहों के 'हार' के साथ
आपमें हमारी दिलचस्पी की वजह सिर्फ इतनी सी है
हम इंसान हैं और आप में हम एक इंसान देखते हैं
अब नहीं तड़फता है कोई - किसी के बिना
दूसरा ढूँढ लेता है कोई - दिलजोई की खातिर
हम ज़िंदगी 'जीते' हैं - गले में आपकी बाँहों के 'हार' के साथ
आपमें हमारी दिलचस्पी की वजह सिर्फ इतनी सी है
हम इंसान हैं और आप में हम एक इंसान देखते हैं
अब नहीं तड़फता है कोई - किसी के बिना
दूसरा ढूँढ लेता है कोई - दिलजोई की खातिर
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