दौर वह था - उसकी तस्वीर को सीने से लगाते थे
दौर यह है - साक्षात सामने है देखने की फुर्सत नहीं
जुबां भी मीठी है - जख़्म हमें कोई नहीं
कोशिश अपनी है - किसी को
जुबां से जख़्म न दे जायें
दौर यह है - साक्षात सामने है देखने की फुर्सत नहीं
जुबां भी मीठी है - जख़्म हमें कोई नहीं
कोशिश अपनी है - किसी को
जुबां से जख़्म न दे जायें
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