नफरत के इतिहास पृष्ठ उलट उलट न पढ़िये
नफरत की नई इबारतें न तुम बनिये
सबके सुखमय जीवन अभिलाषी यहाँ की कौमें
सीख जीव दया, जीने दें इन्हें व प्रेम से खुद रहिये
नफरत की नई इबारतें न तुम बनिये
सबके सुखमय जीवन अभिलाषी यहाँ की कौमें
सीख जीव दया, जीने दें इन्हें व प्रेम से खुद रहिये
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