Tuesday, March 10, 2020

न भूलूँ मै कि
है आज जीने की बारी
मेरी मगर
कल मरने की बारी होगी

लाचारियों का ये कहना है
है जीवन तो मुझे ढोना है
मुस्कुराने पर मेरे न जाना
हँसी दिखावा भीतर मुझे रोना है


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