Monday, June 10, 2019

बेज़ार ख़ुद ज़िंदगी से अपनी,
वह औरों को हिम्मत देता है
एतबार ख़ुद पर कायम कर,
वह अपनी ज़िंदगी जी लेता है

कुछ बनी रहने दें खुशफहमियाँ, दोस्तों की कि है यह मुश्क़िल सफ़र, उन्हें तय करना है

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