Sunday, July 29, 2018

न करें और जहाँ की बातें
न देखें उस जहाँ का सपना
रहते हैं इस जहाँ में हम
बनायें इस जहाँ को अपना



यह जीवन मिला मानव का - हम को
गर दे सकें सुखद जीवन का सिद्धांत - सबको
जब चल न सकेंगे - खुद पैरों पे हम अपने
तब भी चले लेंगे सब - सिद्धांत पर हमारे

चंद कुछ लम्हें हैं ज़िंदगी में
याद ले जिनकी ज़िंदगी चलती है

 

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