मोहब्बत में जीने का मजा - शायद नसीब आपका नहीं
मोहब्बत से जी सकें औलादें - वह समाज तो बना देते
अपनी ज़िंदगी में खुशहाली की नहीं परवाह - निजी बात है
आगामी पीढ़ियों को मगर आप - क्यूँ नफ़रत की विरासत देते हो
नाजुक दिल है जिसमें - नफ़रत बहुत गड़ती है
देने के लिए आपके पास - क्या मोहब्बत बाकि नहीं
मोहब्बत से जी सकें औलादें - वह समाज तो बना देते
अपनी ज़िंदगी में खुशहाली की नहीं परवाह - निजी बात है
आगामी पीढ़ियों को मगर आप - क्यूँ नफ़रत की विरासत देते हो
नाजुक दिल है जिसमें - नफ़रत बहुत गड़ती है
देने के लिए आपके पास - क्या मोहब्बत बाकि नहीं
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