Sunday, September 1, 2013

शब्द स्वयं गौरवान्वित होते

शब्द स्वयं गौरवान्वित होते
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जब कोई करता है रक्तदान
होता है अर्थ मानवता सम्मान
होते जीवन में कुछ दिन विशेष
रक्तदान करते दिन अतिविशेष

मंच पे मिलता उन्हें अभिनन्दन
निहारती ऑंखें उन्हें ससम्मान
दिखती उनमें त्याग ,दया, करुणा
करते संचार वे जन में सदप्रेरणा

रक्तदान से होती प्रदर्शित वीरता
गौरवबोध पाते वीर के माता -पिता
जो मंच करता उनका सम्मान
स्वतः वह सम्मानित दे सम्मान

अभिनन्दन के शब्द लिखे जाते
वे शब्द स्वयं गौरवान्वित होते
रक्तदान आशय से दिए रक्त में
त्याग-दया भाव समाहित होते

रक्त चढ़ता जब अन्य शरीर में 
अंश बन दौड़ता उनके रगों में
जीवन सहारा मिलता उनकों
साँसे जारी रखता तन में उनके

भेदभाव ह्रदय से मिटाता सबके  
साथ पवित्र भाव संचारित करता
मानव रक्त आता मानव के काम
रक्तदान से पोषित होती मानवता

--राजेश जैन
01-09-2013




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