रक्तदान देता है जीवनदान
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रक्त निर्माण होती सहज प्रक्रिया ,सर्व प्राणी में
जब होते वे ,युवा, पूर्ण और शारीरिक स्वस्थ
दुर्भाग्य जीवन में किसी किसी का कभी है आता
कमी निर्माण या दुर्घटनावश जब चाहिए उन्हें रक्त
सम्मिलित वे स्वाभिमानी भी चाहें जो ना सहायता
पर होता नहीं चूंकि रक्त कोई उपलब्ध वस्तु सा अतः
बाध्य होते परिजन उनके चाहिए उन्हें यह सहायता
भाग्य ,युवा और हम स्वस्थ शरीरी दे सकते जो रक्त
होता मनुष्य है विवेकवान जो देने तत्पर सहायता
बैठा मन में पर भय भ्रम का सुई चुभने से होता दर्द
थोड़ी होती पीड़ा यह ,लाभ पर इसके अत्यंत अधिक
मिलता किसी को जीवन आगे ,एवज में इस पीड़ा के
आओ सोचे गंभीरता से हम ,बारे में पावन भलाई के
करें साहस सह पीड़ा तनिक,आओ हम करें रक्तदान
सब करें शब्द प्रदान इसे जब ,हमने किया महादान
पर नहीं सिर्फ यह महादान ,बल्कि होता जीवनदान
जीवन देता मनुष्य मात्र को केवल एक इश्वर ,अतः
लौटे जब हम देकर रक्त ,तब होते समकक्ष इश्वर के
भारत है वह देश पाता विश्व उन्नत मानव संस्कृति
योगदान रक्तदान में करें ऐसा हो जाएँ इसमें भी अग्रणी
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