Thursday, May 2, 2019

तुमसे मोहब्बत की थी हमने, यह जिम्मेदारी थी तुम पर
निकाह करते-न करते, हमारी ख़ुशी का तुम इंतजाम करते

बेपनाह मोहब्बत हमसे महज़ शेखी थी तुम्हारी
निक़ाह न कर सके तो ज़माने में रुसवा कर दिया

तेरा साथ था हासिल मुझे
मैं खौफ़जदा रहता था
बदकिस्मती साथ खोया,
ख़ुशकिस्मती बेख़ौफ़ जिया करता हूँ


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