नारी यदि कलंकित तो पुरुष महा कलंकित ..
अभी एक खुलासा आया है , जिससे यह तथ्य ज्ञात हुआ कि बाबा की सबसे करीब कही जा रही - युवती पर भी जब पहली बार उसने ज्यादती की तो वह रोते हुए ही बाहर आई थी। आशय यह कि प्रायः बुरी दिखती कोई भी नारी - पहले बुरी नहीं होती। पुरुष धूर्तता भुगतने के बाद वह बुरी दिखने को लाचार होती है। इस भेदभाव के लिए और नारी को बुराई को दुष्प्रेरित करने के लिए ज्यादा जिम्मेदार पुरुष होता है इसलिए नारी यदि कलंकित तो पुरुष महा कलंकित किया जाना न्याय होगा
--राजेश जैन
26-09-2017
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