Friday, September 27, 2019

ज़िंदगी है तो ही तो इबादत ए इस्लाम कर लेगी
चली गई जान तो क्या बुध्द, मसीहा या अल्लाह

#यूएन में बकने से पहले अपनी आवाम से पूछ तो तू लेता
#ख़ुशहाल ज़िंदगी चाहिए या तेरे जंग के जूनून में मौत उसे

#पाकिस्तान
बँटवारा ले लिया तो तू ख़ुशहाली के इंतज़ामात में लगता
हर वक़्त आवाम पर जंग की आफ़त क्यूँ टँगाये रखता है

वाहियात अदा तेरी #पाकिस्तान
जंग की बेवकूफ़ी तू करे तो
ख़ामियाजा दुनिया भुगतेगी
तू धमकाते घूम रहा है

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