Wednesday, April 24, 2019

गर निजी एम्बीशन्स को लेकर मेरी ऊँची उड़ान होतीं, फ़िक्र होती मगर
उड़ान भरता मैं इंसानियत की ख़ातिर, बेफ़िक्र कि पर कतरे जा सकते हैं

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