तन्हाई, ज़िंदगी का एहसान होती है
ख़ुद की खुद से पहचान होती है
दुनिया से दिल लगाने की हसरत में
दुनिया से दुनिया से परेशान होती है
जैसा आप चाहें वैसे पल पल चलें
जिनसे दिल खुश रहे वह साथ चलें
बदलें मौसम और दुनिया चाहे जैसे
राहे ज़िंदगी में अरमां पूरे होते चलें
ख़ुद की खुद से पहचान होती है
दुनिया से दिल लगाने की हसरत में
दुनिया से दुनिया से परेशान होती है
जैसा आप चाहें वैसे पल पल चलें
जिनसे दिल खुश रहे वह साथ चलें
बदलें मौसम और दुनिया चाहे जैसे
राहे ज़िंदगी में अरमां पूरे होते चलें
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